10 ऐसी प्रमुख गलतियां जो शुरुआती निवेशक करते हैं |

आज की तेज़-रफ़्तार जिंदगी में हर कोई आर्थिक रूप से सुरक्षित भविष्य चाहता है। लेकिन इसके लिए सिर्फ कमाई करना ही काफी नहीं है, बल्कि सही जगह निवेश करना भी ज़रूरी है। निवेश (Investment) आपकी मेहनत की कमाई को भविष्य में बेहतर रिटर्न दिलाने का जरिया है। लेकिन ज्यादातर शुरुआती निवेशक (Beginner Investors) अनुभव की कमी, अधूरी जानकारी या जल्दबाजी के कारण ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जो उनके पैसों को सुरक्षित करने के बजाय नुकसान पहुँचा देती हैं।

यहां हम विस्तार से जानेंगे 10 ऐसी बड़ी गलतियां जो नए निवेशक अक्सर करते हैं, साथ ही उनसे बचने के आसान उपाय भी सीखेंगे

बिना लक्ष्य तय किए निवेश करना

अधिकांश नए निवेशक बिना किसी जानकारी के किसी भी स्कीम मैं पैसे निवेश कर देते हैं
यहां उनका कोई भी स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित नहीं होता है तथा अस्पष्टता बनी रहती है
अंततः पैसे का सही उपयोग नहीं हो पता है जिससे उनका निवेश भाग्य भरोसे रहता है
ऐसा निवेश किसी काम का नहीं होता है वित्तीय रूप से या निवेश अधूरा माना गया है
सही तरीका यह है कि निवेश करने से पहले आप अपना लक्ष्य तय करें कि आपका लक्ष्य क्या है –

1-बच्चों की शिक्षा

2-रिटायरमेंट फंड

3-घर खरीदना

4-इमरजेंसी फंड

रिसर्च किए बिना निवेश करना

बहुत से लोग सुन-सुनकर या सोशल मीडिया की सलाह पर निवेश कर देते हैं वे रिसर्च या जानकारी इकट्ठा करने पर समय खर्च नहीं करते हैं

अब बिना जानकारी जुटाए वे किसी भी शेयर, म्यूचुअल फंड या पॉलिसी मैं निवेश कर देते हैं

परिणाम स्वरूप गलत निवेश की वजह से रिटर्न बहुत कम मिलता है और निवेश नुकसानदायक साबित होता है

सही तरीका यह है कि आप उपलब्ध सभी निवेश विकल्पों पर रिसर्च करें

उनका पिछले दो-तीन वर्षों का वित्तीय प्रदर्शन (Past Performance), जोखिम (Risk) और समयावधि (Tenure) समझें।

कम समय में अधिक पैसा कमाने की चाह

शुरुआती निवेशक अक्सर सोचते हैं कि उनका निवेश कुछ ही महीना में लाखों करोड़ों का रिटर्न दे देगा और वे करोड़पति बन जाएंगे।

इसके लिए वे कभी-कभी जल्दी बाजी में निवेश करते हैं तथा हाई रिस्क वाले विकल्पों का चुनाव करते हैं
नतीजेतन नुकसान होने पर वे निराश हो जाते हैं तथा निवेश करना बंद कर देते हैं

सही तरीका यह है कि निवेश लॉन्ग टर्म प्लानिंग के साथ करें निवेश की असली कमाई कंपाउंडिंग से आती है और कंपाउंडिंग के लिए जरूरी है कि आप निवेश दीर्घकालिक सोच के साथ करें

इमरजेंसी फंड न बनाना

नए निवेशक अपना सारा बचत निवेश में लगा देते हैं ऐसे में उनका सारा पैसा लॉक हो जाता है

इमरजेंसी फंड बनाना बहुत ही अनिवार्य तत्व है इसके अभाव में अचानक बीमारी, नौकरी छूटने या अन्य परिस्थिति में उधार लेना पड़ सकता है।

सही तरीका यह है कि पहले 6–12 महीने के खर्च जितनी रकम सुरक्षित और लिक्विड फंड (जैसे – सेविंग अकाउंट, FD, लिक्विड फंड) में रखें।

पोर्टफोलियो में विविधता न रखना


सारी बचत एक ही निवेश विकल्प में डालना यह नए निवेशकों की सबसे बड़ी गलती है
आपको अपना पैसा सिर्फ एक सेक्टर जैसे शेयर या रियल एस्टेट मात्रा में नहीं निवेश करना चाहिए

कई बार बाजार में गिरावट लंबे समय तक बना रहता है

नतीजा जब बाजार में गिरावट आती है तो भारी नुकसान हो जाता है

भारी नुकसान से बचने के लिए निवेश को डायवर्सिफाई करें तथा अलग-अलग सेक्टर में छोटे-छोटे इन्वेस्टमेंट करें

40% इक्विटी (Equity)

30% डेट (Debt)

20% गोल्ड (Gold/ETF)

10% कैश/FD

टैक्स प्लानिंग को नज़रअंदाज़ करना


बहुत से शुरुआती निवेशक निवेश कर देते हैं परंतु टैक्स सेविंग का लाभ नहीं उठा पाते

निवेश करने से पहले पता कर ले की कि निवेश में उन्हें टैक्स की बचत होगी


इससे अनावश्यक टैक्स का बोझ कम होगा और बचत बढ़ेगी

ELSS, PPF, NPS, LIC जैसी योजनाओं में निवेश करके Income Tax Act 80C का फायदा उठाएँ

सही समयावधि का चुनाव न करना

निवेश करते समय Duration यानी समयावधि तय करना बहुत ज़रूरी है।


लंबी अवधि के निवेश के लिए छोटी अवधि वाले विकल्पों को चुना बड़ी गलती साबित होगी

परिणाम यह होगा कि निवेश को समय से पहले या कम रिटर्न में ही निकालना पड़ेगा

इससे बचने का कुछ सही तरीका निम्न है

शॉर्ट टर्म (1–3 साल): FD, RD, लिक्विड फंड

मीडियम टर्म (3–7 साल): बैलेंस्ड फंड, डेट फंड

लॉन्ग टर्म (7+ साल): इक्विटी, रियल एस्टेट, NPS

निवेश का रिव्यू ना करना


शुरुआती निवेशक निवेश करके उसे ऐसे ही छोड़ देते हैं निवेश एक बार करके भूल जाने वाली चीज़ नहीं है।


अक्सर देखा जाता है निवेशक सालों तक पोर्टफोलियो को चेक नहीं करते हैं

निवेश को हर 6 महीने पर एक बार रिव्यू अवश्य करें और जरूरत पड़ने पर समय के साथ बदलाव करते रहें

प्रोफेशनल की सलाह को नजर अंदाज करना

शुरुआती निवेशक थोड़ी सी जानकारी पाकर अक्सर खुद को सबकुछ का जानकार समझ लेते हैं।

ऐसे में वे विशेषज्ञों तथा वित्तीय सलाहकारों की मदद नहीं लेना चाहते
और गलत फैसले लेते हैं तथा गलत जगह निवेश करके खुद का ही नुकसान करते हैं

शुरुआत में किसी SEBI Registered Advisor या CA की मदद लेनी चाहिए

अंत में हम कह सकते हैं कि निवेश एक विज्ञान (Science) और कला (Art) दोनों है। शुरुआती निवेशकों की सबसे बड़ी गलती होती है – जल्दबाजी और अधूरी जानकारी। अगर आप सही रिसर्च करेंगे, लक्ष्य तय करेंगे और निवेश को लंबे समय तक बनाए रखेंगे, तो निश्चित रूप से सफलता मिलेगी।

याद रखें निवेश में धैर्य (Patience) सबसे बड़ा हथियार है।

रिस्क और रिटर्न का संतुलन बहुत ज़रूरी है।

सही प्लानिंग से ही आप अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं।

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